रहेगी हमेशा याद है ।
(तर्ज : मेहंदी लगी मोरे हाथ रे...)
रहेगी हमेशा याद है ।
तुम ही तो आये थे, सपनेमें ।।
दिया भक्ति का साद है ! । रहेगी ।।टेक।।
श्याम शाम का बदन तुम्हारा ।
हाथ रखा मेरे सिरपर प्यारा ।।
बात किया फिर बाद है ! ।।1।।
कोटि-कोटि कामोंका रस था ।
कोटि चन्द्र-चेहरे का बस था ।।
चरण - कमल आबाद हैं ! ।।2।।
में था विषयोंके चक्कर में ।
खाता था मेवा, शक्कर में।।
सुना बन्सिका नाद है ! ।।3।।
मे आनन्दसे भोर हुआ, फिर- ।
कामोंपर सिरजोर हआ फिर ।।
तुकड्या कहे, तू अगाध है ! ।।4।।