तुमको डर क्यो लगता है, कहो ?
(तर्ज : एक रातमें दो-दो दर्श हुए... )
तुमको डर क्यों लगता है, कहो ?
सब मिलकर खेति बनाने में !
जब देश ही चाहता है सारा ।
इस किसान को अपनाने में ।।टेक।।
सब मिलकर जोश में काम करो।
खेति उपजा के दाम करो।।
आराम हराम है - मंत्र पढो।
फिर सुख होगा, सब ग्रामों में ।।1।।
भारत-माता के पुत्र हैं हम।
और सच्चे मन के शुर है हम।।
तुकड्या कहे,श्रम की कमी नहीं ।
मनमाने अनाज उगाने में ! ।।2।।