रामनाम गाओ भाई !
(तर्ज: दुनियाँ न भाये मोहे.... )
रामनाम गाओ भाई ! रामनाम गाओ रे !
बिना राम गाये, दुख पाये ! दुख पाये ! ! ।। टेक ।।
जिन-जिन छोड़े राम-भरोसा।
दुख पाये वह, छूटत साँसा ।।
इसीलिये कहता हूँ मैं,इसीलिये कहता हूँ मैं -
बिना राम गाये, दुख पाये ! ।।1।।
राम के नाम ही, तर गये पथरा।
राम भरोसे को नहीं सुधरा।।
सभी सन्त गाये ऐसे,सभी सन्त गाये रे !
बिना राम गाये, दुख पाये! ।।2।।
तजकर झूठे काम जगत् के ।
होजाओ रघुबर के मत के।।
पार लगाओ भाई! पार लगाओ रे !
बिना राम गाये, दुख पाये ! ।।3।।
कहे दास तुकड्या, ऐसी बख्त ना गमाओ।
मानवका जन्म खोया, फिर पछताओ।।
जिया ना गमाओ भाई! जिया ना गमाओ रे !
बिना राम गाये, दुख पाये ! ।।4।।