लग गयी बापू को तार थी

(तर्ज: मजसवे बोल रे माधवा... )
लग गयी बापू को तार थी-
यह उन्नत हो सब भारती ।।टेक।।
भूखा यहाँ रहे   ना   कोई ।
विद्या धन पावे  सबकोही ।।
हो न   आलसी  भ्रष्ट  मति ।।१।।
दुनिया में ऊँचा हो  भारत ।
हो आध्यात्मिक जीवन में रत ।।
नर हो राम और नारी सती ।।२।।
कष्ट सहे इस कारण लाखो ।
जेल में खत्म किया उस बा को ।।
दिया   अन्त  में   राम  रथी ।।३।।
इस  कारण पायी  आजादी ।
पाप - कर्मकी  टूटे  उपाधी ।।
तुकड्या कहे वह रहे स्मृति।।४।।