तेरी नैन-मनोहर मूरतको देखने - आया हूँ, आजा श्याम ! जरा सामने
(तर्ज; तू गुपीत कुणाला...)
तेरी नैन-मनोहर मूरतको देखने -
आया हूँ, आजा श्याम ! जरा सामने ।। टेक ।।
तेरी मीठी है बाँसुरी ।
मन पागल करती पुरी ।।
जाता न पिछे जो एकबार, कभु सुने ।। आया0 ।।१।।
तेरी आँखो में मोहनी ।
जब पडे किसीपर जमी ।।
तकदीर खुलेंगे, खीच लिया, फिर तुने ।। आया0।।२।।
सब दुनिया तुझको भजे ।
कोई नाम भजन कर सजे ।।
तुकड्या कहे मेरा दिल, चाहता है छुने।। आया0।।३।।