तेरी नजर बडी अलबेली

                  (तर्ज: राधा मीठी बाहेर... )
तेरी नजर बडी अलबेली । चेहरे पे सदा खुशाली ।।टेक।।
सिर मोरमुकुटकी प्रभा, मीठी  है  जबाँ
भौहें मतवाली ओठोंपर लाली।। चेहरे पे0।।१।।
है गले हिरोंकी लड़ी, बाजुबन्द जडी,
माल है   पड़ी, बडी   रंगवाली।। चेहरे पे0।।२।।
हाथमें  बन्सरी सजी, मधुरसी बजी,
बजी मतवाली, तान निराली ।। चेहरे पे 0।।३।।
तुकड्याने दर्श जब किया, ध्यान मन लिया,
नशा आगया, बजा   दी  टाली।। चेहरे पे0।।४।।