सब मिल करते है,स्वागत आज तुम्हारा।

स्वागत गीत 

(तर्ज: हर हर बोलाना बोलाना..... )

सब मिल करते है,स्वागत आज तुम्हारा। 
हर्षित होकर   सेवक सारा  ॥ टेक ॥
सूरज किरण पडे,कमल फुलत है जलमें । 
बादल आते ही, मयूर नचे जंगल में । 
दर्शनसे फूला प्रेम हमारा,रग रग सारा,भरा उजारा।।1।।
बडी अभिलाषा थी, नेता के आनेकी । 
दर्शन पानेकी, चार शब्द सुननेकी । 
आनंद हुआ रोम रोम में सारा, सुन लेंगे, संदेश पियारा ।।2।।
यह है भावभरी माला सूतकी लायी | 
काती चरखेपे लेकर नाम धुलायी ।
मंडल गूँज उठे जय जय कहकर सारा,देश हमारा रहे सितारा ।।3।।