तेरे नाममें जादु भरा है टेक ।।

(तर्ज: मोहे भूल गये सांवरिया... )

तेरे नाममें जादु भरा है टेक ।।
जो भजते तुझको दिल मनसे । सो छुट जाते भव-बंधनसे।
तेरी धुन निकले कणकणसे । नहीं नामसे कौन तरा है? ।।1।।
मीरा नाम जपे दिलभरमें । प्रगट भये प्रभु श्याम नजरमें।
तुकड्यादास कहे कई तर गये, इसमें शक ना जरा है ।।2॥