तुम्हे है जरूरत, सुनो बात भाई
(तर्ज : जमाले नबी की है काली ... )
तुम्हे है जरूरत, सुनो बात भाई ।
ये संतोसे पुछो कहाँपे है साई ।।टेक।।
वही पंथ धरलो गुरुको नमाना।
नहीं देख पड़ता गुरुको न माना ।।१।।
बनो मस्त चरणोंमे जाके दिवाने ।
बनोगे वहाँपर जो पाके दिवाने ।।२।।
वही एकधरलो जो करना तुम्हें है ।
वही एक हरलो न करना तुम्हे है ।।३।।
यही सब संतोंका भी गाया हुआ है।
वहीं दास तुकड्या समाया हुआ है ।।४।।