तेरे सहारे सुधर॒ जायेंगे हम

(तर्ज; धीरैसे आजा रे...)
तेरे सहारे सुधर॒ जायेंगे हम ।
यह माया की नदियाँ गुजर जायेंगे हम ।। टेक ।।
चारो तरफ मोह मदका अंधेरा ।
जीवनकी किस्तीमें धोखेका डेरा ।
तेरे नाम रोशनसे तर जायेंगे हम।। यह माया0।। १।।
जो तुझको भूले वे मारे फिरेंगे,
अपना    भला    ना    करेंगे   ।
हम तो तेरे नामकी तारी बनके,
जो कुछ भी करना है, कर जायेंगे हम ।। यह माया0।।२।।
है कौन दुनियामें तुझसे भी प्यारा?
देखा फिरा मैने संसार सारा ।
तुकड्या कहे डर बिसर जायेंगे हम ।। यह माया0।।३।।