दिखादो नजरसे, वह जलवा तुम्हारा

(तर्ज : दिखां दो नजर से यह जलवा ...)
दिखादो नजरसे, वह जलवा तुम्हारा ।।टेक।।
पता है नहीं खोज कैसे लगाना ? ।
कहाँपर छुपा है, वह जलवा तुम्हारा ? ।।१।।
काबा भी घूमा और बुतखान ढूँढा ।
नजर के अजर है, वह जलवा तुम्हारा ।।२।।
आलीमोंसे पूछा, कहाँपर जिगर है ?
बसे तनके तनमें, वह जलवा तुम्हारा ।।३।।
कहाँतक फँसाते हो, तुकड्या बिचारा ? ।
धरा है धरन दो, वह जलवा   तुम्हारा ।।४।।