तू तो भजले सिताराम, तुझको क्या दुनियासे काम ?

(तर्ज: तू तो उड़ता पंछी यार...)
तू तो भजले सिताराम, तुझको क्या दुनियासे काम ? ।।टेक।।
जोरू लड़के धनके साथी, चाहते है आराम ।
बिपत परी फिर कोउ न दौरे, क्यों फसता बेफाम ? ।।१।।
महल अटारी किसकी बाँधी ? सब चाहते हे दाम ।
अंतकालमें नंगा जाना, साथ   न    आय     छदाम ।।२।।
तू कहता है मेरा मेरा, बता उसीका नाम ।
तुकड्यादास कहे क्या तेरा ?  है   एक    राधेश्याम ।।३।।