झटकेपटमें खुशीको बढावना

(तर्ज : नागनी जुल्फोपे दिल... )
झटकेपटमें खुशीको बढावना ।
पटकेपटमें बुराई निकालना ।।टेक।।
यार ! व्यसनोंसे हटके निराले रहो ।
मुखसे गोरविंदके नाम हरदम कहो ।
तार मस्तीकी रंगत चढावना ।।१।।
माया ममतासे नाता न रख आदमी ।
फिरके दुनियामें तुझको न होगी कमी ।
वृत्ति आतममें अपनी लडावना ।।२।।
डटके काटो मगर-कामको जोरसे ।
लोभ लालचकी-न्यारे रहो भौंरसे ।
कहता तुकड्या, मगरूरी गड़ावना ।।३।।