इस पेटके फंदेमें पड़ेसेहि हर गया

(तर्जे : किस देवताने आज मेरा... )
इस पेटके फंदेमें पड़ेसेहि हर गया ।
क्या कहूँ तुमसे? मेरा वह वक्त सर गया ।।टेक।।
बुद्धि नष्ट हो गयी गुलाम साधके ।
सारी उमरको खोदिया न राम मुख लिया ।।१।।
हाँ हजूर ! हाँ हजूर ! झूठको कहा ।
आखरिमें वक्तपरहि सर कतर गया ।।२।।
न यह हुआ, न वह हुआ, हुआ यह बीचका ।
हाजरिमें  जिंदगिको देख मर   गया ।।३।।
बस योंहि है पुकार जिधर देखल़ो उधर ।
तुकड्या कहे जो जानले, वह नरहि तर गया ।।४।।