लिया फकिरका बाना
(तर्ज : पिया मिलनको जाना... )
लिया फकिरका बाना ।
नाथके पावने, नामका ले निशाना ।।टेक।।
डारी गले गोदड़ी, करमें धरी तुंबडी ।
माला धरी हाथमें, नामका ले निशाना ।।१।।
दीवानि अँखियाँ, साथीमें साँइया ।
जगे जगे, लगे लगे, नामका ले निशाना ।।२।।
पर्दा हटा, दर्गा फटा, जलवा दिखा शानका ।
तुकड्या कहे रंग पाया, लागो है मकाना ।।३।।