समयको मत गमाओजी, समय अनमोल होता है
(तर्ज : अगर है शौक मिलनेका. . )
समयको मत गमाओजी, समय अनमोल होता है ।
जो नर नहि जानता उसको, वह आखिर दु:ख पाता है ।।टेक।।
मजूरी कर मजूरोंने, कमाया पेटका भत्ता ।
उसीही देरिमें कोई, करोडों धन कमाता है ।।१।।
भिखारी भीख मँगनेको, समय जितना बिता करते ।
उसीमें भक्तजन अपने, प्रभूसे लौ लगाता है ।।२।।
बडा दुर्लभ है मानुजतन, मिला है भागसे सबको ।
जो विषयोंमे फँसाता है, वह आखिर गोते खाता है ।।३।।
जो अपना एक क्षण देकर, करे उपकार दुसरेपर ।
वह तुकड्यादास कहता है, वह मरके याद देता है ।।४।।