तेरे आखरी में कौन भला आयेगा ?

             (तर्ज : मेरा जादु न चलेगा...)
         तेरे आखरि में कौन भला आयेगा ?
         यह अंत समय बतलायेगा ! ।।टेक ।।
सब साथी है चलती के,धन -दारा -सुत -साले ।
जब संकट में जान गिरे,पूंछले कौन निभा ले ?
यहि सबका इतिहास कहेगा, तेरे आखरि में ।।१।।
बडे-बडे थे राज-महल, झुलते थे गज-हाथी ।
फौजी थे  सबके   संगमें, लाखों  के  तैनाती ।
नहीं किसका इमान रहेगा, तेरे   आखरि  में ।।२।।
जोगीने   मन्दर   बाँधे, भेट   रुपेया   लाके ।
समय गया जब था उनका,सबको पड गये फाके । 
तुकड्या कहे बस नाम रहेगा,तेरे आखरि में।।३।।