लंदफंत मत करे किसीसे

(तर्ज- उंबरठ्यावरी माप... )

लंदफंद मत    करे   किसीसे ।
झूठ न किसको बोल जबाँसे ।
बन          आदतसे       श्रमी ।
हमेशा  सीधा   रह   आदमी ।।टेक।।
स्वारथ को नहीं आगे बढना ।
सेवा करने   हरदम   चढना ।
जरा   न  रहना  कभी ।। हमेशा 0।।१।।
परधन परस्त्री पाप समझले ।
घूसखोरीमें आँख   न   डाले ।
समझ बात,फिर जमी ।। हमेशा 0।।२।।
तुकड्यादास कहे प्रथू गाना ।
हरदम पहने  निर्भय   बाना  ।
कीरत      गावे    जमी ।। हमेशा 0।।३।।