लाओ प्यारे श्याम को मिलाओ
( तर्ज : शीशाई दिल इतना ना उछालो...)
लाओ प्यारे श्याम को मिलाओ, जबके ध्यान रहेगा-
तब लो मान रहेगा !॥। लावो0 ।।टेक।।
जिन्दगी तो चार रोजकी ही सुना हमने।
बिना भक्ति की बोझ, हैं सुना हमने।
बीना प्रेम के न खोज, हैं सुना हमने।
बिना प्राण-दान के न प्रेम ,है सुना हमने ।
तैयार है सब बात से, ये दिलको बनाये हमने ! ।।लावो 0।।1।।
कोई फूल को झुका के, उसे पाते हैं।
कोई नाम को रिझा के, उसे पाते हैं।
कोई ध्यान को लगा के, उसे पाते हैं।
कोई ले समाधियों को, उसे पाते हैं।
तैयार है सब बातसे, ये बात सुझा जाते हैं ! ।। लावो 0।।2।।
चाहे गोपियों के सँग भी ओ आजाये।
चाहे गोप, गोौयें लेके साथ आजाये।
अर्जुनसे चाहे बाण लेके आजाये।
हम तरसते मीठि बाँसरी ले आजाये।
तैयार है सब बातसे,वो तुकड्या को पा जाये ! ॥ लावो0।।3।।