जागा है भारत मेरा

              (तर्ज: प्यारा हिन्दुस्थान है. . . )
          जागा है भारत मेरा, शत्रू पर देने पहरा !
किसकी ताकत है लडनेको ? हक्क छिने आये हमरा ? ।।टेक।।
विश्व हमारा साथ करे, इस शत्रू ने घात करे ।
भाई-भाई ! नारे कहके, अब धोखेकी बात  करें ।।१।।
पशू मारने जब जावे, वोभी तो धडका देवे ।
यहाँ तो वीर बने छूपे हैं,कैसे उनको नहिं खावे ?।।२।।
नीती जिनकी गंदी है, आँखे जिनकी अंधी है ।
वे क्या जीतेंगे भारतको ? प्रभू हमारे साथी है ।।३।।
सत्‌के खातिर मर जाना,यहि है भारत का बाना ।
कहता तुकड्या लडनेवालों ! समझ -बूझकर लो अपना! ।।४।।
                      -गुरुकुंज आश्रम १४-११-१९६२