आते हैं, आते हैं, आते है कौन ?

            (राग : भूपाली, कोरस प्रकार. . )
            आते हैं, आते हैं, आते हैं कौन ?
कैसे आते देखेंगे हम, सुनते हमें सताते हैं  ! ।।टेक।।
देश हमारा है भारत, आजादी इसकी सूरत।
बच्चा-बच्चा खडा हुआ अब कैसी नजर उठाते है।
            कदम मिलाकर गाते हैं  ! ।।1।।
बाल तिलकने यत्न किया, गांधीजीने मंत्र दिया।
सुभाष तो लढवैया बनकर, इसके खातिर प्राण दिया ।
            हम कैसे भूल जाते   हैं ? ।।2।।
वह झाँसी की रानी थी, जगजाहीर मर्दानी थी ।
उसकी जो कुर्बानी थी, भारत पर वह बानी थी ।
           क्या हम नाम मिटाते हैं ? ।।3।।
आना हो तो आजाओ, लेकिन सोच-समझ आओ ।
वापस ही जाना है तुमको, नाहक गर्व गमा जाओ ।
          शहीद सब खो जाते   हैं ! ।।4।।
देश हमारा प्यारा है, इतना ही तो सितारा है।
सबके लिये उजारा, ऐसा तुकड्याका निर्धारा है।
         फिर क्यों गलती खाते हैं ?।।5।।