साराही देश जागा गांधी के बोलसे

       (तर्ज: एहसान मेरे दिलपे... )
साराही देश जागा गांधी  के  बोलसे । 
अंग्रेज भी तो भागा गांधी के बोल से ।।टेक।।
कारण तो इसका तप था और सत्य था भरा ।
थी देश-धर्म की कदर, जबान का पुरा ।।
निर्भय था अपने तोलपर, आत्माकी खोजसे ।
            अंग्रेज भी तो भागा0।।१।।
किसने कहा कि चरखे से क्या  लडाई  हो ?
उसने कहा कि आओ तब तो   बडाई   हो ।।
भारत में बने खादी अपनीही   तोल   से । 
            अंग्रेज भी तो भागा0।।२।।
बन्दूक नहीं   होगी, होगी    नहीं   छुरी ।
सीधी जबान बोलो, कहना  नहीं   बुरी ।। 
तुकड्या कहे सम्हालो आजादि मोल से ।
            अंग्रेज भी तो भागा 0।।३।।