भजन

क्रमांक भजन
1 है क्षणभंगुर यह जीवन सब दुःखनका
2 है चंदन चावल बेलकि पतियाँ
3 है जानी - जवानी खैरात
4 है नहीं जिसमें कदर, वह नर नहीं जनवर खड़ा
5 है नहीं तुमको कदर भी दासकी स्वामी ! जरा
6 है बडा कठिन जमघाट, ठाठसे कैसा जायेगा ?
7 है बडा कठिन जमघाट, मिलेना बाट
8 है बेद सभी के पासमें
9 है यार ! क्योंकर सता रहे हो ?
10 है वही बोध गुरुजीका, जिसे बढे ग्यान
11 हो अंतर्मुख , बघ आत जरा
12 हो जागा, का निजला सखया ! अज्ञानामाजी? ।
13 हो रहे आशक दिवाने
14 हो रहे आशक दिवाने
15 हो शूर, रणीं महशूर, करी तकरार
16 हो हरि ! पावन सहज सहजमें
17 हो हुशार अजुनी तरी
18 हो हुशार, हो हुशार, कठिण वक्त पाई
19 होई निर्भय, अपुले निजस्थानी
20 होई सावध रे मनुजा ! हरिची माया लटकी ।
21 होईल जेणे बरे तोचि संग धरी
22 होईल जेणे बरे तोचि संग धरी
23 होते सेवा काही करावी या देही
24 होय जेवढे ते साधा I
25 होयगा घरका पता जब, आजका घर खोयगा तू