भजन

क्रमांक भजन
1 काहेको दुःख उठाता रे भाई !
2 काहेको पहनी है माला रे भाई
3 काहेको प्यारे ! भटकत फिरता ?
4 काहेको बन बन बिचरत भाई !
5 काहेको भटक नर मरता है
6 काहेको हरदम बाचत पोथी ?
7 कितना कुटिल कुजाति अरे मन !
8 कितना तुझको समझाऊ ए मन !
9 कितना तुझको समझाऊँ, ए मन ! नहिं बात सुने तन तारणकी
10 कितना तुझको समझाऊँ, ए मन ! नहिं बात सुने तन तारणकी
11 कितना तुझे सुनाऊँ ? सुनता न है पियारे !
12 कितनि देर बैठे यहाँ
13 कितनी दवा चढाऊँ, जब यह बुखार जावे ?
14 कितने साधू आये, ग्यान, सुनाये
15 किति उत्तम , सुंदर मंदिर हे
16 किति गोड तुझी गुणगाथा
17 किति गोड तुझी मुरली कान्हा ?
18 किति गोड बंसरी प्यारी मन मोहूनि ने गिरिधारी
19 किति तरि गोड तुझे हरि ! नाम
20 किति प्रेमळ रुप तुझे गमते ?
21 किति बघशि अंत आमुचा ? श्रीहरी !
22 किति वाटे मधुर हा ध्वनी! वेणु वाजे कुणाची वनी?
23 किति शांत उदात्तहि मूर्ति तुझी ।
24 किति सांगती, संत तुला बोध ।
25 किति सुंदर चंद्र मनोहर हा