भजन

क्रमांक भजन
1 जन्म मरणाची भीति कासयासी
2 जन्म मृत्युद्धिन यासचि पुजती । सर्वकाळ स्मृति होत राहो
3 जन्म-मरण दुःखे येता-जाता भोगावी
4 जन्मतांची दुःख गर्भवासी थोर
5 जन्माचीया आधी दूध दे
6 जन्मासी येऊनि मरणे फुकाचे
7 जन्मासी येवोनी मरणे फुकाचे
8 जन्मो - जन्मी ऐसी प्रीती I
9 जन्मो - जन्मी हेचि देई I
10 जप जाओ हरिके नाम
11 जप निपट निरंजन भाई रे !
12 जप निपट निरंजन भाई रे !
13 जब किसानोंकी, देखूँ भलाई
14 जब खेती नहीं कसता है
15 जब ज्ञानका सिंह नहीं गरजा
16 जब तपते लोहपे प्रेम करो, तब जलने से क्यों डरते हो ?
17 जब दिलको लगी, तुम क्या जानो
18 जब भेद मिटा नहिं रहनीका
19 जब श्याम भये बेख्याल
20 जबकि नेकीसे जीता है । तब तू शराब क्यों पीता है
21 जबर है मोह मायाका, प्रभू ! कैसे छुडाओगे ?।
22 जभी मुझे कुछ मिला, अकेला बनमें बलपर चला
23 जमाने का बदला है रंग धीरे - धीरे। बचो यार कलजुग के, संग धीरे-धीरे
24 जमिन देऊनि सर्व तुम्हाला काय भीक मागावी अम्ही ?
25 जमिनदारांनो ! हाक जरा ऐका