भजन

क्रमांक भजन
1 साधूकी रीति उलट दरस दरसाय
2 साधूची महती वर्णताती जन
3 साधो ! क्यो बाहर का त्यागे ?
4 साधो ! खोज करो तनमों , भटकते क्यों हो बनबनमों
5 साधो ! देखा अजब तमासा
6 साधो ! नाम जपे क्या होता ?
7 साधो ! नाम बिना गति नाहीं
8 साधो ! पद पाया निर्बाना
9 साधो ! पलभर राम सुमिरना
10 साधो ! बनमेंहि काहेको भूल परा ?
11 साधो ! सुन निर्गुण की बाता
12 साधो ! सुनले कहना रे ! सहजमें
13 साधो भाई ! रहगयी झोलि तुम्हरी
14 साधों ! खोज करो तनमों
15 साबरमति के तटपर देखा । सुन्दरसा आश्रम बापू का
16 सामाजिक जीवनाचा कोणी मुरदा पांडला
17 सारा चोरोंने माल उडाय दिया ।
18 साराही देश जागा गांधी के बोलसे
19 सारि रहगई मनकी मनमें
20 सारी उमर अकारथ खोय रहा ।
21 सारी खित्लकतमें तेरी मजा हो रही
22 सारी जवानी में तूने, किये पाप भारे । अभी बुढ़ापे में काहे, प्रभू को पुकारे ?
23 सारी दुनिया का कौन बोलो जीम्मेदार है ?
24 सारी दुनिया का तूही करणधार है । बिना तेरे ना किसीको लगा पार हे
25 सावध सावधान म्हणा मुखी राम राम।