भजन

क्रमांक भजन
1 स्वार्थी लोक नेणती विचार
2 हँसते है कोई, करते न शरम ।
3 हट जा रे जानेवाले हट जा
4 हनुमंत धनी माझा
5 हनुमंत भक्तराया ! मी शरण तुला
6 हम आशक है तेरे नूरके
7 हम आशिक उस दीदारके, क्यों मोहन !
8 हम आशिक है उस नूरके
9 हम आशिक है तेरे दर्शनके, ऐ नाथ! किवाडे खोल जरा |
10 हम क्या जाने ब्रम्हज्ञानको !
11 हम ढूँढते दर - दरपे तुझे
12 हम तो कर चिंतन भरमायें
13 हम नाचे भजनके रंगमें
14 हम पागल भक्तिके, भजनसे मोल हमारा बिके
15 हम प्रीत करें पर तुम न करो
16 हम भले बुरे पर हे तो तेरे । याद भूलो ना पलभी हमारी हरी
17 हम भारत की शान है, बीरों की सन्तान है।
18 हम मुश्किल घाट चढे हे, तेरे द्वारे आये खडे हे
19 हम लम्बे भी जाय, तो भी पास तेरे है
20 हम सब जीयेंगे सौ साल
21 हम साफ-साफ ही गाते हैं !
22 हम सेवक थे हर्षित कई रोजके सारे
23 हम सेवक हर्षित है दिलसे, करनेको स्वागत आये है
24 हम है अपणे दिलके मौजी
25 हम है पागल तेरे ध्यानके