भजन

क्रमांक भजन
1 समझ लिया है मैने तुमको
2 समझ लो रूप ईश्वरका, जभी जीवन बने प्यारा
3 समझले आपको बंदे ! जभी कादर बनो प्यारा ।
4 समझलो खूब यह दिलमें
5 समता की रोशनी का एक
6 समय आगया और निकल जा रहा है। इन्सान तू क्यों उसे खो रहा है?
7 समयको मत गमाओजी, समय अनमोल होता है
8 समयदान दे दो हमको, एकही कलाक चाहे,
9 समर्था च्या घरी सेवा मनोभावे करी
10 समाज - शिक्षण घ्यावयास तव बुध्दि येऊ दे पुढे
11 समाधान हे विषयी नसे
12 समाधीत सम झाला ।
13 समुदाय प्रार्थना ये, गुरुदेवजी सुनीजा ।
14 समुदाय प्रार्थने ची किती गोड ही प्रणाली
15 समुद्राची बुडी मारी पानबुडे । एक एक काढे द्रव्य साठे ॥धृ॥
16 सम्हल सम्हल के खेल पियारे !
17 सम्हलके सो रहो भाई ! यहाँ चोरन लुटाती है ।
18 सम्हलके सो रहो भाई ! यहाँ चोरन लुटाती हैं
19 सम्हलो सम्हलो भारतवासी । नैया डूब कीचडमें ।
20 सम्हाल प्यारे ! ज्योतीको अपनी सम्हाल
21 सम्हालो प्रभूजी ! सदा दास अपना
22 सरल स्वभाव भी नहीं सिखा तू
23 सरले सगळे वय आता , जीवनाची तुटली गाथा
24 सरोनिया निद्रा दूर
25 सर्व अनर्थासी मनची कारण